ख़ुदा एक ही है
तौहीद सच्चे मज़हब की कसौटी है।
कुछ लोगों एतराज़ करते हैं कि ईसाई तीन ख़ुदाओं की परस्तिश करते हैं।
तौरेत, इंजील और ज़बूर में तौहीद की तसदीक़ की जाती है। साथ साथ यह भी फ़रमाया गया है कि वाहिद ख़ुदा के साथ बिगड़ा हुआ ताल्लुक़ सिर्फ़ अल-मसीह के वसीले से बहाल किया जा सकता है।