तमाम किताबें एक ही पेज में मत देखना
मज़ीद किताबें
अल-मसीह की जमात की तारीख़
एह्सानुल्लाह: जमाते-पंजाब का दाना मेमार
अल-मसीह की पैरवी क्यों करें
करबला से मसीह तक : मैं क्यों अल-मसीह का पैरोकार हो गया
कामिल ख़ज़ाना : मैं क्यों अल-मसीह का पैरोकार हो गया
कामिल नजात : हम क्यों अल-मसीह के पैरोकार हो गए
कामिल मुरशिद: मैं क्यों अल-मसीह का पैरोकार हो गया
कामिल राह : मैं क्यों अल-मसीह का पैरोकार हो गया
कामिल शफ़ाअत : मैं क्यों अल-मसीह का पैरोकार हो गया
अल-मसीह की पैरवी मगर कैसे
जहदे-मुसलसल : अल-मसीह की पैरवी
क़िस्सा-कहानी
गीत
यिह कैसा बादशाह (गीत की किताब)
जमात की ख़दमत
तबलीग़
इस ने औरों को बचाया : एक ख़ूनी का क़िस्सा
क्या अल-मसीह मुरदों में से ज़िंदा हुए?
क्या अल्लाह गुनाह माफ़ कर सकता है?
खेल किताबे-मुक़द्दस की रौशनी में
भारी क़र्ज़ा—इसे कौन चुका सकता है?
तौरात और इंजील की सेहत
तौरात और इंजील को समझना
आओ, ख़ुद देख लो (सीरीज़)
आओ, ख़ुद देख लो 1: फ़ज़ल पर फ़ज़ल
आओ, ख़ुद देख लो 2: रूहानी शफ़ा
आओ, ख़ुद देख लो 3: आओ, ख़ुद देख लो
आओ, ख़ुद देख लो 5: सच्चा मक़दिस
आओ, ख़ुद देख लो 6: जो नए सिरे से पैदा हुआ हो
आओ, ख़ुद देख लो 7: दूल्हे का दोस्त
आओ, ख़ुद देख लो 8: ज़िंदगी का पानी
आओ, ख़ुद देख लो 9: फलता-फूलता ईमान
आओ, ख़ुद देख लो 10: क्या तू तनदुरुस्त होना चाहता है?
आओ, ख़ुद देख लो 11: ईसा मसीह पर क्यों भरोसा. चार ठोस गवाह
आओ, ख़ुद देख लो 12: बादशाही के चार उसूल
आओ, ख़ुद देख लो 13: ज़िंदगी की रोटी
आओ, ख़ुद देख लो 14: ईसा मसीह को पाना
आओ, ख़ुद देख लो 15: जो प्यासा हो
आओ, ख़ुद देख लो 17: सच्चा शागिर्द
आओ, ख़ुद देख लो 18: नूर या अंधेरा? अंधे की शफ़ा
आओ, ख़ुद देख लो 19: चरवाहे की आवाज़
आओ, ख़ुद देख लो 20: सच्ची क़ुरबानगाह
आओ, ख़ुद देख लो 21: अबदी जिंदगी कैसे पाऊँ?
आओ, ख़ुद देख लो 22: ख़ुशबू या बदबू? सफल ज़िंदगी का राज़
आओ, ख़ुद देख लो 23: ज़मीन में दाना. अल-मसीह के पीछे हो लेने का मतलब
आओ, ख़ुद देख लो 24: अल-मसीह पर ईमान—यह क्या है?
आओ, ख़ुद देख लो 25: शैतानी ताक़तों से कैसे बचूँ?
आओ, ख़ुद देख लो 26: अल-मसीह की नई बिरादरी
आओ, ख़ुद देख लो 27: मत घबराओ. अबदी मनज़िल की राह
आओ, ख़ुद देख लो 28: फ़तहमंद ज़िंदगी. रूहुल-क़ुद्स का काम
आओ, ख़ुद देख लो 29: मैं अंगूर की बेल हूँ. फल लाने का राज़
आओ, ख़ुद देख लो 30: दुश्मन के रूबरू मज़बूती. रूहुल क़ुद्स की ज़बरदस्त हिमायत
आओ, ख़ुद देख लो 31: फ़तह! जन्म लेने वाली बिरादरी की ख़ुशी
आओ, ख़ुद देख लो 32: सच्चे शागिर्द के अनमिट निशान
आओ, ख़ुद देख लो 33: सच्चाई का बादशाह. अल-मसीह की पेशी
आओ, ख़ुद देख लो 34: काम मुकम्मल हो गया है. अल-मसीह की मौत
आओ, ख़ुद देख लो 35: मैंने ख़ुदावंद को देखा है. अल-मसीह जी उठता है
आओ, ख़ुद देख लो 36: क्या तू मुझे प्यार करता है? बरकत पाने का राज़
कलीदे-ईमान : तौरात और इंजीले-शरीफ़ को समझने की कुंजी
ज़िंदा कलाम (सीरीज़)
ज़िंदा कलाम 1: दुनिया की तख़लीक़
ज़िंदा कलाम 2: गुनाह का आग़ाज़
ज़िंदा कलाम 4: हज़रत इब्राहीम और सारा
ज़िंदा कलाम 6: हज़रत यूसुफ़ और उन के भाई
ज़िंदा कलाम 7: हज़रत मूसा मिसर में
ज़िंदा कलाम 8: इस्राईली क़ौम रेगिस्तान मेंं
ज़िंदा कलाम 9: दस अह्काम और सोने का बछड़ा
मैं ही हूँ. उछलती लहरों पर ठोस क़दम
मज़ाहिब का तक़ाबुली मुतालआ
बातचीत : अपने ईसाई दोस्त स एक मस्लमान की गुफ़्तगू